फातिहा
आयत: बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम (1)अनुवाद: शुरू करता हूँ उस अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपालु एवं दयालु है.
----------------------------
आयत: अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आल'मीन. (2)
अनुवाद: हर प्रकार की प्रशंसा केवल उस अल्लाह के लिए ही है जो सभी संसारों का पालनहार है.
--------------------------
आयत: अर्रह्मानिर्रहीम (3)
अनुवाद: अत्यंत कृपालु एवं दयालु है.
(cont...)
No comments:
Post a Comment